किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥ प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला । जरे सुरासुर भये विहाला ॥ तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥ त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज, https://shiv-chalisa-lyrics-aarti99905.blogdanica.com/29681437/top-guidelines-of-shiv-chalisa-lyrics
Shiv chalisa lyrics in english Fundamentals Explained
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